सावित्रीबाई जिन्होंने दो सौ साल पहले शिक्षा को अपना गहना बनाया Written by : © Rubina Warsi परिवर्तन एक शोध टीम / Vatsaru 3 Jan, 2023 05:20:54 ( Photo Credit :- सावित्रीबाई फुले और सहयोगी फातिमा शेख पेंटिंग में © लोकेश पुजा बौद्ध ) “एक सशक्त शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है, इसलिए उनको भी शिक्षा का अधिकार होना चाहिए।” ये शब्द हैं देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की । जिनका जन्म आज ही के दिन हुआ था। वक्त के साथ महिलाओं ने स्पेस से लेकर उद्यमिता में अपना झंडा बुलंद किया है, लेकिन इस नींव की शुरुआत 18 वीं सदी में सावित्रीबाई फुले ने रख दी थी जब महिलाओं का घर से निकलना भी पाप माना जाता था। ऐतिहासिक फैसले : - जब छोटी उम्र में इनका बाल विवाह करवाया गया। तो पढ़ाई का बेड़ा सावित्रीबाई के पति ने उठाया। इन्होंने न केवल अपनी पत्नी को शिक्षित और सशक्त बनाया बल्कि दोनों पति पत्नी ने मिलकर बालिकाओं के शिक्षा के लिए विद्यालय का निर्माण करवाया। सावित्रीबाई ने न केवल शिक्षा बल्कि बाल विवाह, सतीप्रथा को रोकने के लिए कई कदम उठाए। इन्होंने इंट...
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