सावित्रीबाई जिन्होंने दो सौ साल पहले शिक्षा को अपना गहना बनाया
Written by : © Rubina Warsi
3 Jan, 2023 05:20:54
( Photo Credit :- सावित्रीबाई फुले और सहयोगी फातिमा शेख पेंटिंग में © लोकेश पुजा बौद्ध )
ऐतिहासिक फैसले : -
जब छोटी उम्र में इनका बाल विवाह करवाया गया। तो पढ़ाई का बेड़ा सावित्रीबाई के पति ने उठाया। इन्होंने न केवल अपनी पत्नी को शिक्षित और सशक्त बनाया बल्कि दोनों पति पत्नी ने मिलकर बालिकाओं के शिक्षा के लिए विद्यालय का निर्माण करवाया। सावित्रीबाई ने न केवल शिक्षा बल्कि बाल विवाह, सतीप्रथा को रोकने के लिए कई कदम उठाए। इन्होंने इंटरकास्ट मैरिज और विवाहपूर्व गर्भधारणा को भी सामान्यीकृत बताया इनका ये कदम वक्त के हिसाब से काफी क्रांतिकारी कदम था।
देश में मौजूदा महिला साक्षरता दर कैसी है..?
अगर हम अभी अपने देश में महिला साक्षरता दर की बात करें तो देश की महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना दबदबा बनाया है। census 2022 के आंकड़ों के मुताबिक महिला साक्षरता दर में काफी सुधार हुआ है और ये दर हर साल बेहतर हो रही है। NFHS - 5 की रिपोर्ट में महिला साक्षरता दर 71.5% है। महिलाओं ने वर्ड कप से लेकर स्टार्टअप तक तरक्की की है।
सरकार कैसे कर रही है महिलाओं की मदद :-
देश में सरकार महिलाओं के शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना। NFHS-5 की रिपोर्ट में इसका व्याख्या है कि अब 1 हजार पुरुषों में 1020 महिलाएं हैं यानी महिला आबादी में भी वृद्धि हुई है। महिला शक्ति केंद्र योजना और सुकन्या समृद्धि योजना से भी बेटियों को सशक्त और शिक्षित किया जा रहा है।
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