•• रिटायर जस्टीस दीपक गुप्ताजी कहते है देश की कहानी व्यवस्था अमिरो के साथ खडी है उनके पक्ष मे हो गई है..! ••
"अब आप ही बताइए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जस्टिस दीपक गुप्ता जी कहते हैं। देश की कानून व्यवस्था अमीरों और ताकतवरों के पक्ष में हो गई हैं। गरीब लोग उम्मीदें किस के पास लगाए रखें। न्याय की गुंजाइश किससे करें। कुछ मामलों को सुलझाना हो तो , आवाज किसको दे। यह बात तो ऐसी हो गई हम अपना जीवन गणतंत्र में नहीं तो राजेशाही, राजतंत्र, एकाधिकार-शाही में अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जबकि उससे पहले भी। 4 एडवोकेट जस्टिस लोगों को अपने लिए आवाज उठानी पड़ी थी। इस बात को लेकर सवाल यह उठता है कि आखिरकार आजकल क्या चल रहा है हम सब कौन से दौर में है । किस दौर में हम जी रहे हैं। क्या पैसा ही सब कुछ है, क्या अमिरी ही सब कुछ है। सत्य,नीति, सिद्धांत यह सब लफ्ज़ किताब में पढ़ने लायक ही बाकी रह चुके हैं । अपने पैसे के बलबूते पर अमीरी के बलबूते पर आप न्याय को भी खरीदना चाहते हैं। मतलब जो बिछड़ा है खुद परेशान हैं उसने किस से न्याय की गुंजाइश रखनी चाहिए। और उन गरीबों का काम आखिरकार तारीख पे तारीख ऐसा ही क्यों चलता रहता है मुझे समझ में नहीं आ रहा यह क्या चल रहा है , आज के दौर में लेकिन एक बात अहंम् हैं । वह है #सत्यमेव_जयते। सत्य कभी छुपता नहीं , सत्य उजागर होता ही है । सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं हो सकता । हमारे मराठी में कहावत है "सरकारी काम 12 महीने थांब" अभी ऐसा ही होता रहा तो यह कहावत सही रूप में साबित हो सकती है। आप ही सोचिए गा और अब सोचना भी चाहिए। फिलहाल तो इतना ही मुझे जो लगा मैं कह चुका हूं , कि #बोल_लब_आजाद_हैं_तेरे...!"
#MyOpinion
-✍️ Ajay Bhujbal
Mob.No.8180941255
अजय सर अतिशय सुंदर विश्लेषण मांडलेत 🤝
उत्तर द्याहटवा