" चाचा - भतीजा आमने-सामने, कहानी मनमुटाव की..! "
¶¶- ®Story By - Ajay M. Bhujbal
29 July 2022 updated - ¶¶
महाराष्ट्र राजनिती फिर से एकबार आफरातफर दिखाई देने लगी हैं । महाराष्ट्र में कई बार चाचा भतीजा को लेकर मनमुटाव चलते रहते हैं। यह सब आसान नहीं कह सकते लेकिन यह मनमुटाव जिंदगीभर याद रखे जाते हैं और आखिर तक निभाएं भी जाते हैं। आम तौर उसके बारे में आपके सामने जिक्र रखता हूं। पेशवेकालीन चाचा भतीजा रखुनाथराव - नारायणराव , यह एक ऐतिहासिक उदाहरण बन गया लेकिन उसके बाद में महाराष्ट्र की राजनीति में गोपीनाथराव मुंडे - धनंजय मुंडे, बालासाहेब ठाकरे - राज ठाकरे, और दूसरे चाचा भतीजा #शरद पवार और अजित पवार, लेकिन इनके बीच कोई मुटाव की बात नहीं है। अब चाचा उध्दव ठाकरे - और भतीजा निहार ठाकरे , आमने - सामने
शिवसेना के बाद अब ठाकरे परिवार में फूट पड़ गई है । और बालासाहेब के पोते और बिंदु माधव ठाकरे के बेटे निहार ठाकरे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद शिंदे समूह में शामिल हो गए हैं। निहार पेशे से वकील हैं और शिंदे के नेतृत्व में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करेंगे और शिंदे समूह के कानूनी पक्ष को संभालेंगे, ऐसा उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा।
(मुंबई) महाराष्ट्र - राज्य में उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के बाद उद्धव ठाकरे के परिवार के खिलाफ हर दिन नए घटनाक्रम हो रहे हैं। शिवसेना के पूर्व नेता इस समय उद्धव ठाकरे पर हमला बोल रहे हैं और राज ठाकरे ने भी उद्धव ठाकरे को अविश्वसनीय बताया। बालासाहेब ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। आज तारीख- २८ जुलाई, उद्धव ठाकरे के भतीजे निहार ठाकरे ने शिंदे से मुलाकात की शिंदे से मुलाकात के बाद निहार ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि वह एकनाथ शिंदे का समर्थन करने आए हैं। इस दौरान निहार से सवाल किया गया कि शिवसेना कौन है। उस पर उन्होंने कहा कि बालासाहेब के विचारों को आगे ले जाने वाली शिवसेना होती है ना की हिंदू धर्म विचारों को बगल देने वाली, ऐसा बताकर उद्धव ठाकरेे नाम न हूएं लेत उनके उपर तानेबाजी भी की, एकनाथ शिंदे शिवसेना के हैं । वह शाखा प्रमुख के पद से मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे। मैं राजनीति में सक्रिय नहीं हूं। लेकिन निहार ने स्पष्ट रूप से शिंदे का समर्थन करते हुए कहा कि वह शिंदे के साथ खड़े रहेंगे चाहे उनकी कोई भी कार्यक्षेत्र से पृष्ठभूमि हो। शिवसेना के लिए चुनौतियां नई नहीं हैं. पहले चुनौतियां थीं। लेकिन शिवसेना इससे बाहर आ गई। बिंदुमाधव ठाकरे ने कहा की एकनाथ शिंदे हमारे अपने ही हैं। मुझे उनके उपर पूरा भरोसा है कि शिंदे बालासाहेब की शिवसेना को आगे ले जाएंगे।
निहार ठाकरे यह उधव ठाकरे के भाई बिंदूमाधव ठाकरे के पुत्र है। इस तरह, वे आज एकनाथ शिंदे के समर्थन में चले जाने पर , आने वाले दिनो में चाचा भतीजा, उध्दव ठाकरे और निहार ठाकरे इनका राजनैतिक क्षेत्र में आमा सामना होना तय है ।
अब आगे क्या होगा यह कल आने वाला समय ही बताये गा...!
© अजय भुजबळ
मो. 8180941255
बहोत अच्छा
उत्तर द्याहटवाशुक्रिया राहूल भाई..!
हटवाअजय सर अतिशय सुंदर विश्लेषण मांडलेत 🤝
उत्तर द्याहटवाThanks Madam..!🥰🙏😍
हटवा